SVDV संकाय में अब संस्कृत टीचर भी छात्रों के निशाने पर


वाराणसी के काशी हिंदू विवि के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान (एसवीडीवी) संकाय में गैर-हिंदू शिक्षक फिरोज खान के खिलाफ चलाया जा रहा आंदोलन उग्र रूप लेता जा रहा है जिसका खामियाजा संकाय में पढ़ाने वाले दलित शिक्षक को उठाना पड़ा है. एसवीडीवी संकाय के एक दलित शिक्षक ने आंदोलित छात्रों पर गंभीर आरोप लगाते हुए न केवल छात्रों पर जानलेवा हमले किए, बल्कि जातिसूचक शब्दों के प्रयोग की शिकायत भी विश्वविद्यालय प्रशासन से की है.


वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में पिछले एक महीने से चले आ रहे फिरोज खान की नियुक्ति के विरोध ने एक नया रूप तब ले लिया जब एसवीडीवी संकाय के इसी साहित्य विभाग में तैनात एक असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर शांतिलाल सालवी दो पन्ने का शिकायत पत्र लेकर कुलपति आवास पहुंच गए.


दूसरी ओर, बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में गैर-हिंदू शिक्षक की नियुक्ति को लेकर शुरू हुआ विवाद अब समाप्त होता नजर आ रहा है क्योंकि धर्म विज्ञान संकाय में नियुक्त फिरोज खान की नियुक्ति दो और विभागों में हो गई है. सूत्रों के मुताबिक इस विषय पर चर्चा के बाद फिरोज कहां पढ़ाएंगे, इसका निर्णय उन्हीं पर छोड़ दिया गया.


मुझे मारने के लिए दौड़ायाः प्रोफेसर सालवी


शिकायत पत्र में डॉक्टर शांतिलाल सालवी ने साफ-साफ शब्दों में आंदोलित छात्रों पर आरोप लगाया कि दोपहर के वक्त जब वे अपने कक्ष में थे तो कुछ छात्र आए और उन्होंने संकाय बंद करने की बात करते हुए संकाय से बाहर जाने के लिए कहा. जब मैं बाहर निकला तब कुछ बाहरी लोग और एक अन्य छात्र शुभम तिवारी और चार-पांच मेरे खिलाफ नारेबाजी करने लगे कि सालवी चोर है और जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया और मुझे मारने के लिए दौड़ा लिया.


असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर शांतिलाल सालवी ने आरोप लगाते हुए कहा, 'मुझ पर पत्थरबाजी तक हुई. किसी तरह एक मोटरसाइकिल वाले से मदद मांगकर मैं सेंट्रल ऑफिस तक पहुंच सका.'


बरगला रहे हैं पूर्व विभागाध्यक्षः सालवी


डॉक्टर सालवी ने अपने शिकायत पत्र में साहित्य विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो कौशलेंद्र पांडेय पर पूरी घटना के पूर्व नियोजित कराने का आरोप भी लगाया. डॉक्टर सालवी ने प्रो पांडेय पर यह भी आरोप लगाया कि उनकी पत्नी शकीना जो कि एक हिंदू हैं, प्रो पांडेय ने उसको मुस्लिम फिरोज खान की बहन बताकर छात्रों को बरगलाया भी है. इससे भ्रमित होकर छात्रों ने मेरे ऊपर हमला कर दिया.


डॉक्टर शांतिलाल सालवी ने बीएचयू से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाते हुए संबंधित थाने में अन्य आरोपों सहित एससीएसटी एक्ट में एफआईआर दर्ज कराने की भी मांग की है.