उज्जैन। शहर में आकाशवाणी एवं दूरदर्शन का पूर्णकालिक केंद्र स्थापित करने के लिए शहर के साहित्यकारों ने सांसद श्री अनिल फिरोजिया को ज्ञापन दिया। प्रदेश की सांस्कृतिक एवं धार्मिक राजधानी होने के बावजूद उज्जैन इन सुविधाओं से वंचित है। आकाशवाणी का भी शहर में केवल रिले सेंटर बन पाया है जबकि पूर्व में यहां की योजना में स्टूडियो प्रस्तावित था और इस हेतु भूमि भी आवंटित की गई थी। स्टूडियो स्थापित होने से उज्जैन के सांस्कृतिक, साहित्यिक गौरव में अभिवृद्धि होगी साथ ही जिले व सम्भाग की प्रतिभाओं को यथोचित अवसर भी प्राप्त होगा।
साहित्यिक संस्था सरल काव्यांजलि व साहित्य मंथन से जुड़े संस्कृतिकर्मियों व साहित्यकारों सर्वश्री शैलेन्द्र व्यास (स्वामी मुस्कुराके), सुरेंद्र 'सर्किटÓ, सन्तोष सुपेकर, डॉक्टर संजय नागर, नितिन पोल ने इसके साथ ही विश्वप्रसिद्ध भगवान महाकाल की सवारी के दूरदर्शन व आकाशवाणी पर प्रसारण की भी मांग की।
सांसद श्री फिरोजिया ने सभी मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि आगामी दिल्ली दौरे में सूचना प्रसारण मंत्री से व्यक्तिगत रूप से भेंट कर इन मांगों का निराकरण करवाएंगे।
उज्जैन में आकाशवाणी तथा टीवी स्टूडियो हेतु ज्ञापन