मेड़तणी जी की बावड़ी (झुंझुनूं -शेखावाटी)
18वीं सदी में शासक शार्दूल सिंह जी की रानी बख्त कंवर मेड़तणी जी ने विधवा होने पर पति की याद में यह बावड़ी बनवाई थी
वर्तमान समय में यह बावड़ी कचरे का ढेर मात्र है, जिसे "भूत बावड़ी" नाम से प्रसिद्धि मिल रही है राजस्थान सरकार को इसका संरक्षण करना चाहिए।
प्रायः यह देखने में आया है कि शासन प्रशासन द्वारा राजपूत समाज के इतिहास के रूप में उपस्थित ऐतिहासिक धरोहरों का शासन की अनदेखी के चलते बहुत ही बदहाल स्थिति बन गई है राजपूत समाज की कई ऐतिहासिक धरोहर जिनसे राजपूत समाज का इतिहास जुड़ा है वह विलुप्त की कगार पर पहुंच चुकी हैं इन सभी धरोहरों का संरक्षण के लिए अखिल भारतीय सर्व क्षत्रिय राजपूत एकता महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर कपिल सिंह चौहान द्वारा शासन से मांग कि गई है राजपूत समाज के गौरव पूर्ण इतिहास को दर्शाने वाली ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण किया जाए अन्यथा संगठन द्वारा उचित कार्यवाही की जाएगी
कुंवर कपिल सिंह चौहान का सभी से निवेदन है कि आपके आसपास या किसी भी अन्य शहर में भी अगर राजपूत समाज के इतिहास के रूप में उपस्थित ऐसी कोई राजपूत समाज की धरोहर है जिसका शासन द्वारा सही रखरखाव नहीं किया जा रहा है तो कृपया हमें इस ग्रुप में फोटो सहित सूचित करें हम शासन से मांग करेंगे की राजपूत समाज के इतिहास के रूप में मौजूद सभी ऐतिहासिक धरोहरों का सही रखरखाव किया जाए अन्यथा हमारे द्वारा उचित कार्यवाही भी की जाएगी।
पोस्ट लेखक :- कुंवर कपिल सिंह चौहान राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय सर्व क्षत्रिय राजपूत एकता महासंघ, दिल्ली